लवली गोस्वामी का काव्य संसार सुभाषितों का संसार है. उनके यहाँ पग - पग पर जीवन के सुभाषित दर्ज हैं - डॉ ओम निश्चल. (जनवरी - मार्च २०१८ "लमही.")
एक यात्रा से लौटकर घर पहुंची तब लमही पत्रिका का मार्च - जनवरी १०१८ का अंक डाक से मिला. सुप्रसिद्ध आलोचक डॉ ओम निश्चल ने मेरी कविताओं पर यह टिप्पणी लिखी है. आप पढना चाहें तो चित्र डाउनलोड करके बड़ा कर लें.
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